उदयपुर राज्य के सभी माली और मुल्की कामकाज महकमा खास के अधीन होता था। दूसरे राज्यों से सम्बन्ध रखने वाली उदयपुर राज्य की सारी कार्यवाहियाँ भी इसी महकमें के माध्यम से होती थी। पहले प्रधान इन व्यवस्थाओं को देखते थे, लेकिन बाद में उनके स्थान पर दो हाकिम हो गये। जिलों (परगनों) के हाकिम महाराणा साहब की स्वीकृति से नियुक्त किये तथा बदले जाते थे। |
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